- श्री गणेश जी की आरती।
- दुर्गा जी की आरती।
- शंकर भगवान की आरती।
- गौरा जी की आरती।
- हनुमान जी की आरती।
उसके बाद माँ का भोग लगाये ।।
द्वार पर आम के पत्तो का वन्दनवार लगाये।।
रीति रिवाजों की खुशबू (कुमकुम चतुर्वेदी द्वारा)
उसके बाद माँ का भोग लगाये ।।
द्वार पर आम के पत्तो का वन्दनवार लगाये।।