बसंत पंचमी यानी माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसत पंचमी का उत्सव मनाया जाता है। बसंत पंचमी के दिन सुबह स्नान करके विशेष रूप से गणेश जी, सरस्वती जी का पूजन किया जाता है। इन्हे पीले वस्त्र व पीले फूल चढ़ाये जाते है। पूजा के उपरान्त मीठे भोग के रूप में बंसती रंग यानी खाने वाला पीला रंग डालकर व मेवा में काजू-किशमिश डालकर मीठे चावल बनायें जाते हैं व सरस्वती जी को इसका भोग लगाया जाता है।
रीति रिवाजों की खुशबू (कुमकुम चतुर्वेदी द्वारा)