गणेश वंदना
गजानन कर दो पूरण काज
आज हम तुम्हे मनाते है।
तुम्हे मनाते है गजानन
तुम्हे बुलाते है।
1.
सबसे पहले तुम्हें मनायें
सभी बीच में तुम्हें बुलाये
गणपति आन पधारो हम तो
तुम्हें मनाते है।
2.
आओ पार्वती के लाला
मूषक वाहन सुंड सुँडाला
जपे तुम्हारे नाम की माला
ध्यान लगाते है।
3.
उमापति शंकर के प्यारे
तू भक्तो के काज सवारे
बड़े बड़े पापी है तारे
जो शरण में आते है।
4.
लड्डू पेड़ा भोग लगाये
पान सुपाड़ी पुण्प चढ़ाये
हाथ जोड़ कर करें वंदना, शीश नवाते हैं।।
5.
सब भक्तो ने टेर लगाई
सब ने मिल कर महिमा गाई
रिद्धि सिद्धि संग ले आओ
हम भोग लगाते है।
गणेश वंदना-2
आ गए गणपति आनंद घर
1.
गणपति आये विघ्न हरन को
साथ में लाये रिद्धि सिद्धि
आनंद घर।।
2.
शंकर जी आए डमरू बजा कर
साथ में लाये गौरा रानी
आनंद घर।।
3.
किशन जी आये बंसी बजाकर
साथ में लाये राधा रानी
आनंद घर।।
4.
राम जी आये आशीष देने
साथ में लाये सीता मैया
आनंद घर।।
5.
विष्णु जी आए शंख बजाकर
साथ में लाये लक्ष्मी रानी
आनंद धर।।
आ गए गणपति आनंद घर।।
गणेश वंदना-3
गणपति विघ्न करो सब दूर-2
भोले बाबा विघ्न करो सब दूर-2
गणपति।।
1.
एक दन्त गल मोतियन माला
गोरा जी के है आप नन्द लाला
मस्तक तिलक सिन्दूर बाबा
मस्तक तिलक सिन्दूर
गणपति।।
2.
बिन आज्ञा मै कहीं न जाऊँ
पहले गौरा जी के लाल को मनाऊँ
रहू मै हाजरा हूजूर बाबा
रहू मै हाजरा हूजूर
गणपति।।
3.
राम लखन गढ़ लंका को जाये
पहले आध्य गणेश मनायें
दुश्मन चकनाचूर बाबा
दुश्मन चकनाचूर बाबा
गणपति।।