देवी गीत
मैया तेरी चुनरी मे
राम लिख दूं, घनश्याम लिख दूं
ढेरो नाम लिख दें-4
मैया…………..
एक तरफ सरजू तो एक तरफ किशना-2
एक तरफ गंगा तो एक तरफ जमुना-2
एक तरफ काशी का धाम लिख दूं
ढेरों “नाम लिख दूं-2”
घनश्याम लिख दूं
ढेरों नाम लिख दूं
मैया………….
एक तरफ मीरा तो एक तरफ शबरी
एक तरफ गणिका तो एक तरफ कुबरी
एक तरफ दाऊ बलराम लिख दूं
ढेरों नाम लिख दूँ-2
मैया…………….
एक तरफ़ ब्रह्मा तो एक तरफ़ विष्णु
एक तरफ़ भोले तो एक तरफ़ शान्तनु
एक तरफ़ गोकुल का धाम लिख दूं-2
घनश्याम लिख दूं
मैया……………..
एक तरफ़ धरती तो एक तरफ़ आसमाँ
एक तरफ़ सूरज तो एक तरफ़ चंद्रमा
एक तरफ़ गलिफ ग़ुलाम लिख दूं
ढेरों नाम लिख दूं
मैया……………..
देवी गीत
देना सभी को सुहाग
सुहाग मोरी मैया
देना……………….
1.
जैसा सुहाग मोरी
गौरा जी को दीन्हा-2
जैसे मिले भोलेनाथ
सुहाग ऐसा देना
देना……………….
2.
जैसा सुहाग मोरी
सीता मैया जी को दीन्हा
जैसे मिले रघुनाथ
सुहाग ऐसा देना
देना……………….
3.
जैसा सुहाग मोरी
लक्ष्मी जी को दीन्हा
जैसे मिले विष्णु भगवान
सुहाग ऐसा देना
देना……………….
4.
जैसा सुहाग मोरी
राधा जी को दीन्हा
जैसे मिले किशन भगवान
सुहाग ऐसा देना
देना……………….
5.
जैसा सुहाग उर्मिला जी को दीन्हा
जैसे मिले लक्ष्मण भगवान
सुहान ऐसा देना
देना……………….
6.
जैसा सुहाग माण्डवी जी को दीन्हा
जैसे मिले भरत भगवान
सुहाग ऐसा देना
देना……………….
7.
जैसा सुहाग श्रुति कीर्ति जी को दीन्हा
जैसे मिले शत्रुघन भगवान
सुहाग ऐसा देना
देना……………….
देवी गीत
लेना भक्तों की खबरिया
जग जननी
जग जननी मैया दुख हरनी
लेना……………………
हर-हर पीपल हर-हर पत्ता
ऊपर तोता बोले-2
हरी चूड़ियाँ मात ने पहनी
देख के मनवा डोले
रिमझिम बरसे रे बदरिया
जग जननी”
लेना …………………..
लाल है चोला लाल चुनरिया
लाल मात तेरी बिन्दी
भगत तेरे हिन्दी, पंजाबी, बंगाली और सिन्धी
रोके खड़े है डगरिया जग जननी”
लेना…………………..
जो कोई आसा लेकर आये
कभी आस न मिटे-2
पान सुपारी ध्वजा नारियल
मैया तेरी भेटें”
वरदा देती है भवनिया
जग जननी”
लेना……………………
देवी गीत
मैया विनती करू मै कर जोरी-2
1.
मैया एक अरज
मोरी सुन लीजे-2
तेरे माथे की बिंदिया
अमर कीजे-2
तब ऐवमस्तु बोली माँ दुर्गे-2
बेटी पूरन हो मनसा तेरी
बेटी पूरन हो आसा तेरी
मैया…………………
2.
मैया एक अरज मोरी
सुन लीजे-2
मोरी संग का साथी
अमर कीजे-2
तब एंवमस्तु बोली माँ दुर्गे
बेटी पूरन हो मनसा तेरी
बेटी पूरन हो आसा तेरी
मैया…………………………..
3.
मैया एक अरज मोरी सून लीजे
मोरी हाथ की मेहंदी अमर कीजे
तब एवमस्तु बोली माँ दुर्गे
बेटी पूरन हो मनसा तेरी
बेटी पूरन हो आसा तेरी
4.
मैया एक अरज मोरी सून लीजे
मोरे पाँव के बिछुये अमर कीजे
तब एवमस्तु बोली माँ दुर्गे
बेटी पूरन हो मनसा तेरी
बेटी पूरन हो आसा तेरी
5.
मैया एक अरज मोरी सून लीजे
मेरा गोदी का लाल अमर कीजे
तब एवमस्तु बोली माँ दुर्गे
बेटी पूरन हो मनसा तेरी
बेटी पूरन हो आसा तेरी
मैया एक अरज मोरी सून लीजे
देवी गीत
मेरी अँखियो मे माँ शेरावाली
माँ बस गई-2
नैन खोलूँ कैसे नैन खोलँ कैसे-2
मेरे दिल में शेरावाली माँ बस गई
मुँह खोलू कैसे मुख से बोलू कैसे-2
मेरी अँखियों………………………
1.
मै तो डरती हूँ सुरमा न लगाती
मेरी अखियो में शेरावाली रहती-2
कहीं मैया जी को-2 सुरमे की सलाई लग गई
नैन खोलू कैसे-2
मेरी……………………
2.
दिल कहता है माँ को बता दूं
कभी कहता है माँ से छुपालूँ-2
कहीं मैया जी को -2
ढेर सारी चिन्ता लग गई
नैन खोलू कैसे मुख से बोलूँ कैसे -2
मेरी..………………
3.
माँ इतनी तू शक्ति मुझे देना
दुनिया के दुखो को मै सहलूँ-2
माँ इतनी तू भक्ति मुझे देना
तेरे चरणों में हर क्षण रह लूँ-2
मै तो मैया जी के
घर की नौकरानी बन गई
नैन खोलू कैसे मुँख से बोलूँ कैसे
मेरी.………………