पहली बार बहू के अलग होने पर सिर से नहाने के दिन यानि तीसरे दिन दीवाल में ऐपन से गोला बनाकर बीच में कौस काटकर ऊपर उड़निया व नीचे गुडिया बनेगी। 11 सिक्के (ग्यारह सिक्के चिपकाये जायेगे) इसके बाद बहू इसकी रोली, चावल, बताशे से पूजा करती है।
रीति रिवाजों की खुशबू (कुमकुम चतुर्वेदी द्वारा)