हर छठ

हर छठ

यह व्रत भाद्रपद कृष्ण पक्ष की षष्ठी को किया जाता है। प्रधानतः पुत्रवती स्त्रियाँ ही ये व्रत करती हैं। इस दिन हल मूसल धारी श्री बलराम जी का जन्म हआ था। दीवाल पर ऐपन से यह चित्र बनाया जाता है। मातायें इसका पूजन कर अपने पुत्र की दीर्घायु की कामना करती हैं।