ब्याह के दिनों में लड़की की तैयारी

  1. सगाई में पहनने की ड्रेस साड़ी/लहँगा।
  2. महिला संगीत में पहनने की ड्रेस लड़की की।
  3. क्वारगत उतारने के लिये साड़ी प्रिंटेड क्योकि ये साड़ी नाउन को जाती है।
  4. आगौनी की पूरी ड्रेस-
  • जयमाला के लिये लहँगा/साड़ी
  • फुल ज्वैलरी
  1. पार्लर बुक कराना।
  2. आगौनी में बारातियों द्वारा तिलक कराते समय लड़की को सेत की साड़ी उड़ाई जाती है। वो परिवार में किसी की भी हो।
  3. फेरो में पहनने के लिये “खादी बरइया” की साड़ी (पीली साड़ी) पहनती है जो मामा के यहाँ से आती है।
  4. सुबह विदा के लिये घाट की साड़ी, लाल या गुलाबी रंग की, साड़ी में हरा पल्ला व बार्डर हो, पल्ले पर किनारे एक छोर पर छोटी सी चाँदी की घंटी लगती है।
  5. उसी हिसाब से हर ड्रेस के साथ ज्वैलरी की व्यवस्था।

ब्यूटी पार्लर बुक कराना

  • सगाई के लिये
  • महिला संगीत के लिये
  • आगौनी – जयमाल के लिये विशेष रूप से
  • जयमाल के लिये ज्वैलरी बुक कराना
  • मेंहदी वाली बुक कराना
  • ड्रेस मेचिंग चूड़ी सेट बुक कराना
  1. लड़की की टोटल ड्रेस सिलाकर तैयार ।
  • साड़ी- फाल चरख पीको तैयार
  • ब्लाऊज- सिलवाकर तैयार
  • सूट- सिलाकर तैयार

सभी चीजो को सुरूचि पूर्ण ढंग से पैकिंग कराना चाहिये।