बन्ना
मुबारक तुम को हो रघुवर
सुहाना फुलो का सेहरा-2
घड़ी ये भी मुबारक हो
बँधना फूलों का सेहरा
मुबारक………..……..……..
1.
नया जामा नया पटका,
नया साज गाने का-2
मुबारक हो नया तुमको,
बँधना फूलों का सेहरा।।
मुबारक………..……..……..
2.
खुशी माता खुशी पिता
खुशी बाबा तुम्हारे हैं”-2
खुशी है देखकर सारे
बराती फूलो का सेहरा
मुबारक.……..……..……..
3.
लड़ी सेहरें की आपस में
खुशी हो कर के ये कहती-2
सिया अरू राम का जोड़ा
मुबारक हो मुबारक हो
मुबारक….……..……..……..
4.
खुशी मे झूमकर बन्ने
तुम्हे सेहरा सुनाया है -2
मुबारक हो मुबारक हो
बँधना फूलों का सेहरा
मुबारक………..……..……..
बन्ना
जनक पुर ऐ तुम्हे रघुवर
मुबारक हो मुबारक हो-2
घड़ी सेहरे की ऐ रघुवर
मुबारक हो मुबारक हो
जनकपुर…………………….
1.
ब्याहने राम जाते है
अयोध्या से जनकपुर हो-2
सिया सी तुम को ऐ दुल्हन
मुबारक हो मुबारक हो
जनकपुर………………………
2.
जनक के हौसले निकले
करे समझे वो दशरथ को-2
दशरथ को जनक से समधी
मुबारक हो मुबारक हो
जनक पुर……….
3.
बलइयाँ लेने को आई
बड़ी साली-छोटी साली-2
तुम्हे मिलकर के खुश होना
मुबारक हो मुबारक हो
जनकपुर………………..
4.
हजारो वर्ष के अरमाँ
दिल के आज सब निकले-2
हमारे नेग का मिलना
मुबारक हो मुबारक हो
जनकपुर…………..
बन्ना
मेरी यही शुभकामना
बन्ने जुग जुग जीवो रे’3
मेरी……………………………
1.
शीश बन्ने के सेहरा सोहे
सेहरे उपर कलगी सोहे-2
कलगी पे वारूँ राई नौन रे-2″
बन्ने जुग जुग जीवो रे-2
मेरी……………………………………………….
2.
नैन बन्ने के सुरमा सोहे
मुख बन्ने के बीड़ा सोहे-2
मुखड़ पे वारूँ राई नौन रे”
बन्ने जुग जुग जीवो
मेरी………………………………………………..
3.
अंग बन्ने के जामा सोहे
अंग बन्ने के पटका सोहे-2
पटके पे वारूँ राई नौन रे
बन्ने जुग जुग जीवो रे
मेरी……………………………………………….
4.
आज बन्ने का जोड़ा सोहे
दुल्हन सोहे डोला सोहे-2
जोड़े पे वारूँ राई नौन रे”
बन्ने पे वारूँ राई नौन रे
मेरी………………………………………………
बन्ना
रघुपति राघव राजा राम
बन्ने का करना इक काम-2
रघुपति…………………………
1.
माली के घर दौड़ के जाना
सुन्दर सा सेहरा बनवाना -2
उसमे हो फूलो का काम
रघुपति राघव राजा राम-2
रघुपति…………………………
2.
सुनरे के घर दौड़ के जाना
सोने के कुण्डल बनवाना
उसमे हो हीरे का काम
रघुपति राघव राजा राम
3.
भाभी के घर दौड़ के जाना
काजल को डिबिया ले आना
डिबिया पर हो जय श्रीराम
रघुपति राघव राजा राम ।
4.
दर्जी के घर दौड़ के जाना
रेशम का कुर्ता बनावाना
उस पर जर जोदी का काम
रघुपति राघव राजा राम
रघुपति……………………..
बन्ना
मेरे बन्ने को कोई मत देखो
नजरिया लग जई है
मेरे……………………..
1.
शीश बन्ने के सेहरा सोहे
हाँ जी सेहरा सोहे
लड़िया सेहरे को न निहारो
नजरिया लग जई है
मेरे…………………………
2.
नैन बन्ने के कजरा सोहे
हाँ जी कजरा सोहे-2
शोभा बन्ने की कोई न निहारो
नजरिया लग जई है।
मेरे……………………….
3.
आज बन्ने का जामा सोहे
हाँ जी जामा सोहे-2
रूप बन्ने का कोई न निहारो
नजरिया लग जई है।
मेरे……………………….
घोड़ी
घोड़ी सज रही बन्ने तेरे द्वार
बाराती ले के जायेगे-2
बन्ने करले तू पूरा श्रृंगार
ये दिन फिर ना आयेगे-2
घोड़ी……………………….
1.
बन्ने के शीश ऊपर
सेहरा सजा है हाँ हाँ
सेहरा सजा है – 2
गोरे गोरे माथे पे
तिलक लगा है हाँ हाँ
दादी रानी लुटाये मोती हार
बहारे घर ले आयेगे
घोड़ी………………………
2.
हरियाला बन्ना पहने
रेशमी जामा हाँ हाँ
रेशमी जामा-2
हीरे मोती के उसमें
बटन लगाना हाँ हाँ
बटन लगाना-2
बुआ रानी लुटाये मोती हार
बहारें घर ले आयेगे”
घोड़ी……………………
3.
अखियो में भाभी रानी
कजरा लगाये हाँ हाँ
कजरा लगायें-2
पान के बीड़े से मुख को रचाये हाँ हाँ
मुख को रचायेगें-2
बहना रानी बलइयाँ ले बार बार
बहारे घर ले आयेगे ।
घोड़ी…………………….
4.
नौन राई से मैया
नजर उतारे हाँ हाँ-2
भर हाथो से उसपे मुठिया लुटाये हाँ हाँ-2
झूमे नाचे सारा घर बार,
बहारे घर ले आयेगे”
घोड़ी……………………..