जैसा कि पहले बता चुके है कि बालक के मुण्डन की मांयें 32 की मायें बनाई जाती है। अब बात आती है मुण्डन की छठी की।
सामग्री-
- सवा दो मीटर सफेद कपड़ा
- फैब्रिक कलर हल्दी पील, लाल, काला
- फिरोजी स्पार्कल
विधि– सबसे पहले हम सवा दो मी0 कपड़ा लें। यहाँ ये बताना आवश्यक है कि कपड़े पर ड्रा करने से पहले हम कपड़े के बराबर पेपर (पुराना न्यूज पेपर) बिछाकर उस पर कपड़ा बिछाये व सावधानी पूर्वक चारों तरफ से टाँक ले। ऐसा करने से हमारा कपड़ा सतर रहेगा और उस पर आसानी से ड्रॉ कर सकेगे। अब मुण्डन की छठी में बनने वाली सारी चीजे चित्र के अनुसार बनाने के लिये केवल नाग देवता के तीन चेहरे 1. सबसे बड़ा 2. उससे छोटा 3. सबसे छोटा, कार्ड पर तीन Shape काट लें। जिससे दोनो तरफ नाग (3-3) ड्रॉ करने में आसानी हो। साथ ही सूर्य व चन्द्र देवता बनाने के लिये कार्ड पर एक गोल आकार काट ले व चेहरा बना लें। अब चित्र के अनुसार सावधानी पूर्वक स्कैच पैन (पतला पेन) के द्वारा स्कैच करे। कलर भरने के लिये नाग में पीला, लाल व काला कलर भरें। नाग के अलावा बाकी चीजे हल्दी पीले रंग से बनाई जायेगी। पूरा नाग कलर होने के बाद नाग देवता की आउट लाइन फिरोजी स्पार्कल से करे व पूजा के वक्त नागो की पुतली भी फिरोजी स्पार्कल से बनाये अथवा भरे। नाग देवता का साक्षात स्वरूप दिखेगा। यहाँ ये बताना जरूरी है कि मुण्डन में मातृ पूजन के लिये 32 की माँये बनेगी परन्तु मुण्डन की छठी में जो माँये नीचे बनी है वो 16 की ही बनी है। मुण्डन में राम गंगा का थापा भी बनाया जाता है।