माँ का भोग लगाना

आओ मैया भोग लगाओ मैया

मेरा भोग करो स्वीकार रे

भोग लगाओ जग जननी-2

1.

सुआ सुआ चोला तेरे अंग बिराजे

केसर तिलक लगाओ भवानी

केसर तिलक लगाओ

लाल चुनरिया ओढ़ के मैया

आओ मेरे द्वार भवानी आओ मेरे द्वार

आओ……………………….

2.

आप की वस्तु आप के आगे

सब पर कृपा बरसाओ भवानी, सब पर कृपा बरसाओ

ऐसा भोग लगाओ मेरी मैया

सब अमृत हो जाये भवानी

सब अमृत हो जाये

आओ……………………….

3.

जो कोई इस भोग को पावे

वो तेरा हो जाये भवानी

वो तेरा हो जाये

हम सब भक्तो की एक ही मर्जी

आकर दरश दिखाओ भवानी

आकर दरश दिखाओ

आओ…………………………..

भाई-बहनों का पर्व रक्षाबंधन के बाद आता है।