सामग्री, पूजन विधि- विस्तार से
सामग्री- माता दुर्गा जी की मूर्ति, माँ के वस्त्र, कलश, कूड़ा, रोली, चावल, पान, सुपाड़ी, लौग, इलाइची, सिक्का, कपूर, कलावा, अज्ञारी, गंगाजल, दूब, जौ, आम की लकड़ी, आम के पत्ते, देशी घी, अखण्ड ज्योत के लिये बड़ी ज्योत (रूई व कलावा मिला कर बनाई जाती है), पूजा की किताब “दुर्गा सप्तशती”, दुर्गा चालीसा, हवन सामग्री, काले तिल, पंचमेवा, जनेऊ।।
कुछ बाते नियम-
- देवी जी की पूजा व हनुमान जी की पूजा सम्पूर्ण विधान से करनी चाहिये।
- कलश हमेशा धोकर ही पूजा करे।
- पूजा के दौरान वन्दनवार जरूर लगाये।
- कलश में गंगाजल, दूध, अक्षत जरूर डाले।
- कलश स्थापना के स्थान पर सब्जी कतई न काटे।
- सुगन्धित जल का छिड़काव करे।
- माता के शेर की पूजा अवश्य करे।
- माता को हरा नारियल अवश्य चढ़ाये।
- माता के सामने रखने वाले पान में कपूर अवश्य रखे।
- पूजा कोई भी हो उसमें संकल्प का विशेष महत्व है।
- व्रत पूजा का संकलप स्वंय भी ले सकते है।
- जनेऊ हनुमान जी, गणेश जी व कलश को अवश्य पहनाये।