कुल सामान की पैकिंग व्यवस्था

सबसे पहले हम बात करते है। विवाह में ढरे में जाने वाले सामान को व्यवस्थित ढंग से रखना। हम पहले तीन अलग अलग पैकिंग बनाये-

  1. आगौनी का सामान / ढरा।
  2. शाखोच्चार का सामान / ढरा।
  3. पहेना का सामान / ढरा ।

सुरुचिपूर्ण ढंग से एक एक चीज को डेकोरेट करके तीन पैक बना लें और हर पैक पर नाम के साथ चिट लगाले जिससे वहाँ समझने में सुविधा हो।

उसके बाद ढरे में जाने वाले बाक़ी हर सामान को भी ढंग से पैक करके हर एक पर चिट नाम की लगाये जैसे- भाई की विदा, नाऊ बारिन की विदा, कलश की न्योछावर, महरियो के लिये साड़ियाँ।

चारों गोद डालने के लिये सुन्दर (भगवान) के कपड़े की 4 अलग अलग रंग में थैली बनाये और उसमे गोद का सामान भर कर नाम की चिट लगायें जैसे – ससुर की गोद, काका की गोद, मामा की गोद, बुजुर्ग की गोद आदि।

डेरो में मातृ पूजन के लिये एक पैकिट में 16 की माँयें, एक पैकेट में पूजा का सामान, लाल रिबन व सेलोटेप रखे। इसी तरह माता पूजने को 1 पैक में 1 घाट , 1 गोला, सुहाग का सामान पैक कर के चिट लगाये। अब डेरों में जाने वाले कुल सामान की (तीनों) आगोनी, शांखोच्चार, पहेना की लिस्ट बनायें।एक लिस्ट यहाँ रखें। दूसरी लिस्ट बारात में जाने वाले किसी जिम्मेदारी व्यक्ति के पास रखें व तीसरी लिस्ट लड़की के पिता को दें। सामान की जानकारी के लिए कि क्या सामान दिया गया है। अब विशेष रूप से ध्यान में रखने के लिये विवाह से सम्बंधित ढरे में जाने वाले हर सामान , लड़के के सामान, हर पैकिंग पर सबसे पहले नं० का स्टीकर लगायें व साथ ही कोई सवास्तिक या ॐ का स्टिकर जरूर लगाये जिससे ये पैक विवाह से सम्बंधित है ये जानकारी रहे।

इसी प्रकार लड़के के साथ-साथ घर के हर सदस्य (बारात में जाने वाले) की अटैची, बैगों पर नंबरिंग स्टीकर लगायें। जानकारी के लिए कि हमारा सामान इस नं० का है।